अस्पताल आग से बचाव के आसान कदम

अस्पताल में आग लगना सबके लिए डरावना होता है, खासकर जब मरीज और स्टाफ़ एक साथ होते हैं। अगर ऐसी स्थिति आती है, तो घबराना नहीं, सही कदम उठाने से जान बच सकती है। इस लेख में हम बताएँगे कि आप खुद कैसे तैयार हो सकते हैं और आग लगने पर क्या करना चाहिए।

अस्पताल में आग के मुख्य कारण

आग अक्सर इलेक्ट्रिकल शॉर्ट, गैस लीक या धूम्रपान की लापरवाही से लगती है। कई बार बेबी फ़ूड वॉर्मर या सर्जरी के दौरान इस्तेमाल होने वाले उपकरण भी समस्या बनते हैं। इन कारणों को समझना आसान है, लेकिन रोकथाम के लिए हमें रोज़मर्रा की छोटी-छोटी चीज़ों पर ध्यान देना चाहिए – जैसे कि प्लग ठीक से लगाना और गैस वाल्व़ चेक करना।

आग लगने पर तुरंत उठाए जाने वाले कदम

अगर अस्पताल में अलार्म बजता है, तो सबसे पहले शांत रहें और नीचे लिखे कदम फॉलो करें:

1. तुरंत एमरजेंसी एग्ज़िट की ओर बढ़ें। लिफ्ट नहीं, सीढ़ी इस्तेमाल करें – लिफ्ट में फँसने का खतरा रहता है।
2. कमरे की दरवाज़ा खोलने से पहले हाथ से दरवाज़े को ठंडा रखें; अगर गर्म है तो आग के करीब है।
3. यदि धुआँ है, तो कपड़े या गॉज़ से नाक और मुंह ढकें और झुकते हुए बाहर निकलें।
4. अगर आपके पास फायर एक्सटिंग्विशर है और आग छोटी है, तो सुम्मर (दो बार) पर एटैचमेंट करके फायर को बुझाएँ।
5. एटीएम या फॉर्मलेटेड एम्बुलेंस के पास रहने वाले स्टाफ़ को तुरंत बताएं कि क्या हो रहा है।

इन बुनियादी बातों को याद रखकर आप खुद और दूसरों की जान बचा सकते हैं।

अस्पताल के अंदर हमेशा फायर एग्ज़िट साइन और एमरजेंसी नंबर उल्लेखित होते हैं – उन्हें नजर में रखें। अगर आप किसी भी एग्ज़िट को ब्लॉक या बंद देखते हैं, तो तुरंत डिस्पैचर को कॉल करें।

कभी-कभी अस्पताल में फायर एग्ज़िट बाड़ से घिरा हो सकता है, इसलिए प्री-इवेंट या विज़िट के समय यह जाँचें कि सभी एग्ज़िट खुले हैं या नहीं। एक छोटा सा चेक-लिस्ट बनाकर आप जल्दी से देख सकते हैं कि कोई बाधा तो नहीं है।

स्टाफ़ के लिए भी ट्रेनिंग ज़रूरी है। यदि आप अस्पताल में काम करते हैं, तो फायर ड्रिल में भाग लें और फायर एग्ज़िट, एग्ज़िट मैप, और फायर अलार्म के स्थान को साफ़‑साफ़ जानें। ये जानकारी क्विक रिस्पॉंसेस में मदद करती है।

अगर आप मरीज या परिवार का सदस्य हैं, तो अपने पैकेज में एक छोटा फायर रेस्क्यू प्लान रखें – जैसे कि कौन से रूम में एग्ज़िट है, कौन से रास्ते से बाहर निकलेंगे। इससे आप बड़ी आवेग में नहीं घबराएँगे और सही दिशा में कदम रख पाएँगे।

अंत में, अस्पताल में आग रोकने के लिए छोटे‑छोटे उपाय जैसे कि इलेक्ट्रिकल उपकरणों की नियमित जांच, गैस सिलेंडर को ठीक से स्टोर करना और धूम्रपान को पूरी तरह से निवारक बनाना बहुत असरदार है। अगर हर कोई थोड़ी सी जिम्मेदारी ले, तो बड़ी तबाही से बचा जा सकता है।

सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात को अस्पताल आगों से सवाल पूछे?

सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात को अस्पताल आगों से सवाल पूछे?

सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात सरकार से अस्पताल आगों से संबंधित सवाल पूछे। कोर्ट ने प्रदेश सरकार से जाना चाहिए कि अस्पतालों में कितनी अवधि तक आग जली है और अस्पतालों में आग लगने से पहले कोर्ट को कौन सी सूचना दी गई और क्या सरकार ने आग से आग बचाने के लिए कुछ करने का प्रयास किया है।

और देखें