भारत का पहला महिंद्रा इलेक्ट्रिक द्वारा जमीन से बनाया गया XEV 9S — एक 7-सीटर इलेक्ट्रिक SUV — नवंबर 27, 2025 को 'Scream Electric' बैंगलोर में लॉन्च किया गया। ये गाड़ी केवल एक नया मॉडल नहीं, बल्कि भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए एक नया मानक है। इसकी शुरुआती कीमत ₹19.95 लाख (एक्स-शोरूम) है, और ये पहली बार कोई कंपनी भारत में इलेक्ट्रिक वाहन के लिए बिल्कुल नए प्लेटफॉर्म — INGLO प्लेटफॉर्म — पर एक 7-सीटर SUV बना रही है। ये एक ऐसा कदम है जिसने टेस्ला, बीएमडब्ल्यू और टाटा के जैसे खिलाड़ियों को भी धक्का दे दिया।
इलेक्ट्रिक ओरिजिन का मतलब क्या है?
महिंद्रा ने खुद कहा है कि XEV 9S को किसी इंटरनल कंबस्टन इंजन (ICE) कार को बदलकर नहीं, बल्कि बिल्कुल नए तरीके से डिज़ाइन किया गया है। यानी इसकी चेसिस, बैटरी डिपॉजिशन, व्हीलबेस, और इंटीरियर स्पेस तक — सब कुछ इलेक्ट्रिक ड्राइव ट्रेन के लिए बनाया गया है। इसका मतलब है कि इसमें इंजन के लिए जगह नहीं है, इसलिए पीछे की सीटें और भी ज्यादा स्पेसियस हैं। इसके बारे में एक तकनीकी एक्सपर्ट ने कहा, “जब आप एक ICE कार को EV में बदलते हैं, तो आपको बैटरी को बीच में फ़िट करना पड़ता है। लेकिन यहाँ, बैटरी फर्श के नीचे बिल्कुल समतल बैठी है — जैसे आपके फर्श पर एक बड़ा बिस्तर हो।”
परफॉर्मेंस और टेक्नोलॉजी: क्या है अंदर?
XEV 9S में तीन बैटरी ऑप्शन हैं: 59kWh, 70kWh और 79kWh। सबसे शक्तिशाली वेरिएंट — जिसमें 79kWh बैटरी है — 286 PS (282 bhp) का पावर और 380Nm टॉर्क देता है। 0-100 kmph का समय सिर्फ 7 सेकंड है। ये नंबर टाटा नेक्सॉन EV के मुकाबले 3 सेकंड तेज है। टॉप स्पीड 202 kmph तक है — जो भारत में किसी भी 7-सीटर EV के लिए अभी तक अनोखा है। ये सब एक रियर-व्हील ड्राइव सिंगल-मोटर सेटअप पर आधारित है। ये नहीं है कि ये कोई टेक्नोलॉजी के बारे में बड़बड़ा रहा है — ये बता रहा है कि ये गाड़ी सड़क पर कैसे बर्ताव करेगी।
डिज़ाइन और लुक: XUV700 का भाई?
देखने में XEV 9S एकदम XUV700 जैसा है — लेकिन अधिक निश्चित, अधिक शक्तिशाली। इसमें फ्लश डोर हैंडल्स, 19-इंच के एरोडायनामिक एलॉय व्हील्स, और ब्लैक केसिंग में LED ‘बूमरैंग’ शेप के टेललैंप्स हैं। बॉम्पर के नीचे ग्लॉस ब्लैक इन्सर्ट ने इसे एक बहुत ही अपरूप लुक दिया है। ये गाड़ी छह रंगों में उपलब्ध है: स्टील्थ ब्लैक, रूबी वेलवेट, एवरेस्ट व्हाइट, डेजर्ट मिस्ट, मिडनाइट ब्लैक और नेबुला ब्लू। इनमें से रूबी वेलवेट और नेबुला ब्लू बहुत अलग हैं — जैसे एक रात के आकाश और एक लाल गुलाब का मिश्रण।
कब तक इंतजार करना होगा?
लॉन्च के बाद भी आपको थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा। टेस्ट ड्राइव 5 दिसंबर, 2025 से शुरू होगी। बुकिंग 14 जनवरी, 2026 को शुरू होगी — और पहली डिलीवरी 23 जनवरी, 2026 को होगी। ये टाइमलाइन देखकर लगता है कि महिंद्रा ने जानबूझकर इंतजार किया है — ताकि बैटरी और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए अपनी नेटवर्क तैयार कर सके। अभी तक, भारत में 7-सीटर EV के लिए चार्जिंग स्टेशन की कमी है। महिंद्रा के अनुसार, वे 2026 तक 500+ डायरेक्ट चार्जिंग स्टेशन लगाएंगे।
क्यों ये गाड़ी भारत के लिए अहम है?
भारत में 7-सीटर SUV का बाजार बहुत बड़ा है — लेकिन उसमें अभी तक कोई EV नहीं था। टाटा नेक्सॉन EV और MG ZS EV तो 5-सीटर हैं। बाकी सभी 7-सीटर — जैसे XUV700, एम्बैसेडर, ऑरियो — सभी डीजल या पेट्रोल हैं। ये गाड़ी अब उन परिवारों के लिए एक विकल्प बन गई है जो अपनी बड़ी गाड़ी बदलना चाहते हैं, लेकिन इलेक्ट्रिक ट्रांसफॉर्मेशन से डरते हैं। अगर ये गाड़ी अच्छी तरह चलेगी, तो ये भारत में EV अपनाने का एक नया नाम बन जाएगी।
क्या ये गाड़ी सस्ती है?
शुरुआती कीमत ₹19.95 लाख है — जो टाटा नेक्सॉन EV के टॉप वेरिएंट से काफी ज्यादा है। लेकिन ये एक 7-सीटर है, और इसका इंटीरियर, टेक्नोलॉजी और परफॉर्मेंस उस कीमत के लायक है। अगर आप एक बड़े परिवार के लिए एक इलेक्ट्रिक SUV चाहते हैं, तो ये अभी तक भारत में एकमात्र विकल्प है। और ये बात बहुत अहम है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
XEV 9S की रेंज कितनी है?
59kWh बैटरी वाले वेरिएंट की रेंज लगभग 420 किमी है, 70kWh वाले के लिए 520 किमी, और 79kWh वाले सबसे शक्तिशाली वेरिएंट की रेंज 610 किमी तक है। ये सभी CLTC टेस्ट से मापी गई हैं, जो भारतीय सड़कों की तुलना में अधिक आदर्श हैं। वास्तविक उपयोग में ये रेंज 15-20% कम हो सकती है।
क्या XEV 9S के लिए चार्जिंग स्टेशन उपलब्ध हैं?
महिंद्रा ने अभी तक 300+ चार्जिंग स्टेशन लगा रखे हैं, और 2026 तक ये संख्या 500+ तक पहुँचने का लक्ष्य रखा है। ये स्टेशन बड़े शहरों और हाईवे पर होंगे। आप इसे अपने घर पर भी चार्ज कर सकते हैं — 7.2kW AC चार्जर के साथ, 10 घंटे में 0 से 100% चार्ज हो जाएगा।
XEV 9S का सामना किन गाड़ियों से होगा?
ये गाड़ी सीधे टाटा नेक्सॉन EV के साथ नहीं, बल्कि बीएमडब्ल्यू iX1 और टेस्ला मॉडल Y के साथ टकराएगी। लेकिन ये एक भारतीय परिवार के लिए बनी है — जिसमें 7 सीटें, बड़ा ट्रंक, और अच्छी रेंज है। इसका सबसे बड़ा प्रतिद्वंद्वी अभी तक कोई नहीं है।
क्या इसमें फीचर्स ज्यादा हैं?
हाँ। इसमें 14.6-इंच का टचस्क्रीन, 360-डिग्री कैमरा, डिजिटल क्लस्टर, वॉयस कंट्रोल, और एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) शामिल है। ये गाड़ी लेवल 2 ऑटोमेटिक ड्राइविंग के साथ आती है — जिसमें ऑटो-ब्रेक, लेन डिपार्चर अलर्ट, और एडेप्टिव क्रूज कंट्रोल शामिल हैं।
क्या इसकी बैटरी को बदला जा सकता है?
अभी तक, महिंद्रा ने बैटरी स्वैपिंग का कोई ऑफर नहीं दिया है। लेकिन ये भविष्य में संभव है — खासकर अगर भारत सरकार बैटरी स्वैपिंग इंफ्रास्ट्रक्चर पर निवेश करती है। अभी तक, ये फीचर केवल ओला और एमजी जैसी कंपनियों के पास है।
क्या ये गाड़ी भारतीय ग्रामीण क्षेत्रों में चलेगी?
ये गाड़ी ग्रामीण क्षेत्रों में चलने के लिए डिज़ाइन नहीं की गई है। इसकी ग्राउंड क्लीयरेंस 185mm है — जो शहरी और हाईवे के लिए बेहतर है। ग्रामीण इलाकों में चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी और बुरी सड़कें इसके लिए चुनौती हो सकती हैं। इसलिए, ये गाड़ी शहरी और उपनगरीय परिवारों के लिए है।